रांची
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने कहा कि मॉनसून सत्र के अंतिम दिन नेता सदन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इशारों-इशारों में रांची, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद ज़िले की जनसंख्या बढ़ाने के लिए बिहारियों को ज़िम्मेवार ठहराया है। उन्होंने कहा झारखंड तो बिहार से ही अलग होकर बना है। जो लोग सदियों से झारखंड क्षेत्र में रह रहे हैं, झारखंड के आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक व्यवस्था में अपना योगदान देते आयें हैं और झारखंड की संस्कृति और आबोहवा में रम गए है, उन्हें बाहरी और घुसपैठिया कहना उनके स्वाभिमान पर ठेंस पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सोरेन से ऐसे वक्तव्य की अपेक्षा नहीं थी। सरकार में सहयोगी राजद भी इससे असहमत है। मुख्यमंत्री को अपने शब्द वापस लेने चाहिए। सागर कुमार ने कहा की एक प्रान्त विशेष के प्रति इतनी नफ़रत ठीक नहीं है। वह भी तब जब वह पड़ोसी हो। देश का संविधान नागरिकों को किसी भी प्रदेश में रहने और कार्य करने का अधिकार देता है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री का बयान बाहरी-भीतरी मानसिकता को बल देने वाला है। विधानसभा चुनाव सामने है। उससे ठीक पहले मुख्यमंत्री और उनके साथी विधायक का इस तरह का वक्तव्य पूर्णतः चुनावी लाभ के उद्देश्य से दिया गया है।